मनेंद्रगढ़ जिला एमसीबी।महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े का मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र स्थित नेत्रहीन एवं दिव्यांग शिक्षण-प्रशिक्षण एवं धर्मार्थ समिति आमाखेरवा, मनेन्द्रगढ़ में भव्य स्वागत हुआ। उनके साथ समाज कल्याण विभाग के संयुक्त संचालक भूपेंद्र पांडेय, कलेक्टर डी.राहुल वेंकट, डिप्टी कलेक्टर व प्रभारी डिप्टी डायरेक्टर श्रीमती इंद्रा मिश्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। जनमानस की बड़ी संख्या ने कार्यक्रम को और भी भव्यता प्रदान की।
कार्यक्रम की शुरुआत छात्रा श्रद्धा वर्मा और शिक्षिका आरती पांडेय द्वारा मंत्री को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित करने से हुई। संस्था के प्राचार्य संतोष चढ़ोकर ने संस्था की 27 वर्षों की उपलब्धियों, दृष्टिबाधित बच्चों को शिक्षा, आवास, स्वास्थ्य सेवाएँ एवं अन्य आवश्यक सुविधाएँ निःशुल्क उपलब्ध कराने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में संस्था में 80 छात्र अध्ययनरत हैं, लेकिन प्राप्त अनुदान अत्यंत सीमित हो गया है। साथ ही, भवन की मरम्मत, अतिरिक्त अध्ययन सामग्री और कर्मचारियों का उचित वेतनमान मुख्य समस्याएँ बनी हुई हैं।कार्यक्रम का प्रेरणादायक क्षण तब आया जब छात्र मंगलू सिंह एवं अन्य बच्चों ने मधुर गायन-वादन प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। उनकी प्रतिभा ने उपस्थित अतिथियों और जनसमूह को गहराई से प्रभावित किया।
संस्था की ओर से मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें भवन मरम्मत, भरण-पोषण, मानदेय वृद्धि, शत-प्रतिशत अनुदान तथा अन्य विशेष सुविधाओं की मांग की गई। इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने तुरंत निर्णय लेते हुए विकास कार्यों हेतु 20 लाख रुपये अनुदान स्वीकृत करने की घोषणा की। साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया कि बच्चों के भरण-पोषण एवं कर्मचारियों के मानदेय संबंधी विषयों पर शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
मंत्री ने संबोधन में संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा समाज की अमूल्य धरोहर है और राज्य सरकार उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करती रहेगी। कार्यक्रम का संचालन कुशलतापूर्वक राकेश गुप्ता ने किया।
0 टिप्पणियाँ