मनेंद्रगढ़ में उद्योग-बैंकर्स संवाद कार्यशाला: उद्यमियों को नई दिशा देने का ऐतिहासिक प्रयास





चरचा काॅलरी जिला कोरिया। जिले में उद्योग और व्यापार जगत को नई दिशा देने और उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए विमल श्री टॉकीज मनेन्द्रगढ़ में भव्य “उद्योग-बैंकर्स संवाद” कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह एक दिवसीय कार्यशाला जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र और छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग, श्रम एवं आबकारी मंत्री श्री लखनलाल देवांगन थे, जबकि स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, अपर कलेक्टर नम्रता आनंद डोंगरें, महाप्रबंधक टी आर कष्यप, एसडीएम विजयंेन्द्र सारार्थी, चिरमिरी महापौर रामनरेश राय सहित अनेक विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।

कार्यशाला में MSME इकाइयों, महिला उद्यमियों, स्व-सहायता समूहों व कारीगरों को बैंक ऋण, CGTMSE, PMEGP और अन्य क्रेडिट लिंक्ड योजनाओं से जोड़ने पर विशेष जोर दिया गया। बैंक अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख करने का लाभ बताया। ऋतुराज ताम्रकार ने विश्व बैंक समर्थित RAMP योजना का परिचय देते हुए बताया कि यह योजना MSME क्षेत्र को सशक्त बनाने और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने में सहायक होगी।

मुख्य अतिथि श्री लखनलाल देवांगन ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के संकल्प का उल्लेख करते हुए राज्य में औद्योगिक विकास और निवेशकों की संख्या में वृद्धि पर प्रकाश डाला। उन्होंने घोषणा की कि मनेंद्रगढ़, केल्हारी, चिरमिरी और भरतपुर में नए उद्योग स्थापित किए जाएंगे तथा छोटे व्यापारियों के लिए ई-वे बिल सीमा को 1 लाख रुपये किया गया।

स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जिले की विकास संभावनाओं और निजी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। विशेषज्ञों ने मूल्य निर्धारण के तरीकों और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) की विशेषताओं पर विस्तार से चर्चा की।

कार्यशाला में प्रमुख रूप से स्वरोजगार को बढ़ावा देने के तहत उद्यमियों को लाखों रुपये के ऋण स्वीकृत किए गए। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत उपश्याम ट्रेडर्स, न्येन कलेक्शन, सूरज फर्नीचर मार्ट, विनायक इंटरप्राइजेज, नियाकत अली आदि को ऋण लाभ प्रदान किया गया।

समापन सत्र में जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के अधिकारियों ने सभी उद्यमियों से आग्रह किया कि वे ऐसी कार्यशालाओं में सहभागी होकर सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं। इस कार्यशाला को जिले के आर्थिक विकास में एक मील का पत्थर बताते हुए इसे सफल और सार्थक आयोजन करार दिया गया।

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