चरचा काॅलरी जिला कोरिया। थाना चरचा पुलिस ने चोरी की एक बड़ी वारदात का खुलासा करते हुए सोने-चांदी के आभूषण और नगद रकम बरामद कर चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। पुलिस की इस त्वरित एवं सटीक कार्रवाई से न केवल चोरी गए कीमती सामान की बरामदगी हुई, बल्कि अपराधियों के साथ चोरी का जेवर खरीदने वाले आरोपी को भी पकड़ा गया। इस उपलब्धि से क्षेत्र में पुलिस के प्रति जनता का विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है।
कैसे हुआ खुलासा
विवेकानंद कॉलोनी चरचा निवासी कुमार गौरव सिंह (पिता स्व. भवन सिंह, उम्र 28 वर्ष), जो एसईसीएल चरचा में कार्यरत हैं, ने थाना उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी अस्वस्थ होने के कारण वे 12 सितंबर को पत्नी और बच्चे को गृहग्राम आमाडांड, जिला अनूपपुर (म.प्र.) छोड़कर क्वार्टर में अकेले रह रहे थे।
रात करीब 9:50 बजे वे ड्यूटी पर गए और क्वार्टर को ताला लगाकर चले गए। जब 13 सितंबर की सुबह 6:15 बजे लौटे, तो देखा कि क्वार्टर के जाली व दरवाजे का ताला टूटा हुआ है। अंदर जाने पर आलमारी का लॉकर टूटा पाया गया, जिसमें रखे सोने-चांदी के आभूषण और नगद रकम गायब थी। चोरी गए सामान में सोने की बाली, अंगूठी, मंगलसूत्र, बच्चों के लॉकेट, चांदी की पायल, करधनी, मेंहदी छल्ला, कड़ा आदि आभूषण तथा नगद 8,000 रुपये शामिल थे। चोरी गए सामान की कुल कीमत करीब 96 हजार रुपये आंकी गई।
आरोपियों की गिरफ्तारी और बरामदगी
विवेचना के दौरान पुलिस टीम ने लगातार संदिग्धों से पूछताछ की। इसी क्रम में आरोपी विकास राजवाड़े को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने अपने साथी आदित्य कुमार के साथ चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की। विकास ने बताया कि चोरी किए गए जेवर को उसने अपनी परिचित टीना दफाई निवासी रानी गोयन को बचने दिया था। जो नगर पालिका शिवपुर चरचा में डोर टू डोर कचड़ा कलेक्शन में रह कर काम करती थी। जबकि नगद रकम उसने अपने पास रखी।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए टीना दफाई के कब्जे से चांदी के जेवर बरामद किए। वहीं चोरी के जेवर खरीदने वाले आरोपी मनोजीत पाल (निवासी हल्दीबाड़ी, चिरमिरी) के कब्जे से गलाया हुआ सोना (करीब 17 ग्राम, अनुमानित कीमत 1.50 लाख रुपये) बरामद किया गया। इसके अलावा घटना में प्रयुक्त लोहे का लाड, 1,900 रुपये नगद तथा चोरी में प्रयुक्त पल्सर मोटरसाइकिल भी जब्त की गई।
इस प्रकार थाना चरचा पुलिस ने दिनांक 19 सितंबर को आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का सफलतापूर्वक खुलासा किया।
पुलिस अधिकारियों का नेतृत्व और टीम की भूमिका
इस प्रकरण का खुलासा पुलिस अधीक्षक जिला कोरिया रवि कुर्रे के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल एवं एसडीओपी राजेश साहू के मार्गदर्शन तथा थाना प्रभारी प्रमोद पाण्डे के नेतृत्व में किया गया।
इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक अनिल सोनवानी, सहायक उपनिरीक्षक बालकृष्ण राजवाड़े, प्रधान आरक्षक अमित त्रिपाठी, महिला आरक्षक सुनीता एक्का, आरक्षक प्रदीप श्याम, बलराम केवट, महिला आरक्षक रंजना, राजकुमारी, सैनिक रविदास, सतीश सिंह एवं जुपेंद्र की सराहनीय भूमिका रही।
जनता का विश्वास मजबूत, अपराधियों पर अंकुश
चरचा पुलिस की इस सफलता ने अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए हैं। चोरी की इस बड़ी वारदात का पर्दाफाश कर न केवल चोरी गए कीमती आभूषण और रकम की बरामदगी हुई, बल्कि यह भी संदेश गया कि कानून के शिकंजे से अपराधी बच नहीं सकते। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से आम जनता का भरोसा और अधिक बढ़ा है।
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