शिवपुर चरचा। जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने आज अचानक छरछा पंडोपारा आंगनवाड़ी केंद्र और शिवपुर चरचा स्थित आयुष्मान स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने व्यवस्थाओं की बारीकी से समीक्षा की और बच्चों व मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दिए।
आंगनवाड़ी केंद्र की स्थिति परखी
कलेक्टर ने सबसे पहले छरछा पंडोपारा आंगनवाड़ी केंद्र का दौरा किया। यहां उन्होंने बच्चों को दिए जाने वाले भोजन और नाश्ते की व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से मेन्यू चार्ट, भोजन की गुणवत्ता और समय पर वितरण की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि केंद्र समय पर खोले जाएं और बच्चों को पौष्टिक एवं संतुलित आहार प्रदान किया जाए।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि बच्चों को केवल भोजन उपलब्ध कराना ही आंगनवाड़ी का उद्देश्य नहीं है, बल्कि यहां पर उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कार और सद्व्यवहार की भी शिक्षा दी जानी चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से बच्चों को भोजन से पहले हाथ धोने की आदत डालने और नैतिक शिक्षा देने पर विशेष जोर देने को कहा।
स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्थाएँ सुधारने के निर्देश
इसके बाद कलेक्टर ने शिवपुर चरचा आयुष्मान स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने वार्डों का दौरा करते हुए सफाई व्यवस्था, शौचालयों की स्थिति तथा दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी ली। कलेक्टर ने अस्पताल परिसर को हमेशा साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों के लिए दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ताकि किसी को भी दवा के अभाव में परेशानी न हो।
कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन को यह भी हिदायत दी कि मरीजों और उनके परिजनों से व्यवहार करते समय संवेदनशीलता और आत्मीयता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले हर व्यक्ति को सम्मान और सहानुभूति के साथ सेवा मिले, तभी स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविक उपयोगिता सिद्ध होगी।
बच्चों और परिवारों के लिए शिक्षा व स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था जरूरी
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों से चर्चा करते हुए कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र और स्वास्थ्य संस्थान समाज की बुनियादी जरूरतों से जुड़े हैं। इन स्थानों पर लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केवल भोजन देने का केंद्र नहीं, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास का आधार है। वहीं स्वास्थ्य केंद्र केवल इलाज का स्थान नहीं, बल्कि मरीजों को आत्मीयता और सहानुभूति के साथ स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर करने का माध्यम है।
कलेक्टर ने अंत में स्पष्ट कहा कि जिले के हर नागरिक को बेहतर शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इस दिशा में किसी भी प्रकार की कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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