चरचा कॉलरी। दीपावली जैसे उल्लासमय पर्व पर जहां हर संस्थान अपने कर्मचारियों को प्रोत्साहन और उपहार स्वरूप सम्मानित करता है, वहीं नगर पालिका शिवपुर चरचा में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों को इस वर्ष सिर्फ औपचारिक बधाई संदेश देकर संतुष्ट करने की कोशिश की गई।
नगर पालिका के कर्मचारियों ने अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे वर्ष नगर की सफाई, जलापूर्ति और व्यवस्था संभालने के बाद भी दीपावली जैसे बड़े त्योहार पर उन्हें कोई उपहार या सम्मान नहीं मिला। कर्मचारियों का कहना है कि यह रवैया निराशाजनक है और उनके मनोबल को प्रभावित करता है।
एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा हम लोग सालभर नगर की सफाई और व्यवस्था में लगे रहते हैं। त्योहारों पर थोड़ा-सा प्रोत्साहन भी हमें बहुत खुशी देता है, लेकिन इस बार सिर्फ बधाई देकर हमें भूल जाने जैसा लगा।
अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और नपा अधिकारी पर उठे सवाल
कर्मचारियों ने यह भी कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और नपा अधिकारी ने भी इस बार कर्मचारियों की भावनाओं पर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा।
हालांकि नगर पालिका के सैकड़ों कर्मचारी पूरे वर्ष नगर की स्वच्छता, जल निकासी, कचरा निपटान और जनसुविधाओं के रखरखाव में समर्पित रहते हैं।
कुछ कर्मचारियों ने कहा कि पूर्व शासनकाल में जब अजित लकड़ा नगर पालिका अध्यक्ष और राकेश शर्मा नपा अधिकारी थे, तब दीपावली और होली जैसे पर्वों पर कर्मचारियों को उपहार स्वरूप वस्त्र या प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती थी।
एक कर्मचारी ने बताया लकड़ा जी के कार्यकाल में हम कर्मचारियों को परिवार जैसा सम्मान मिलता था। त्योहारों पर छोटे-छोटे उपहार भी हमारे मनोबल को बढ़ाते थे। परंतु उनके कार्यकाल के बाद से इस परंपरा को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। यह उपेक्षा वास्तव में कर्मचारियों के प्रति असंवेदनशीलता दर्शाती है।”
कर्मचारियों ने कहा कि वर्तमान प्रशासन को भी इस दिशा में सकारात्मक पहल करनी चाहिए, जिससे कर्मचारियों में उत्साह और आत्मीयता का वातावरण बने।
वहीं दूसरी ओर थाना परिवार बना प्रेरणा का उदाहरण
दूसरी ओर, चरचा थाना प्रभारी प्रमोद पांडे ने दीपावली के अवसर पर अपने सभी पुलिसकर्मियों को वस्त्र उपहार स्वरूप देकर सौहार्द और स्नेह की मिसाल पेश की।
उन्होंने कहा
थाने का हर कर्मचारी हमारे परिवार का हिस्सा है। दीपावली खुशियाँ बाँटने का पर्व है, और सभी को समान रूप से सम्मान व स्नेह का अनुभव होना चाहिए।
पुलिसकर्मियों और नगरवासियों दोनों ने इस कदम की भरपूर सराहना की। उनके इस मानवीय नेतृत्व की चर्चा पूरे क्षेत्र में सकारात्मक संदेश के रूप में हो रही है।
निष्कर्ष सौहार्द और संवेदनशीलता से ही संगठन बनता है मज़बूत
नगरवासियों का कहना है कि चरचा थाना की पहल ने यह साबित कर दिया है कि संवेदनशील नेतृत्व ही संगठन को परिवार की तरह जोड़ सकता है।वहीं नगर पालिका प्रशासन को भी चाहिए कि वह अपने कर्मचारियों के परिश्रम और समर्पण का सम्मान करे, ताकि संगठन में उत्साह और एकजुटता बनी रहे।
दीपावली के इस अवसर पर जहां चरचा थाना परिवार ने सौहार्द और आत्मीयता का उदाहरण प्रस्तुत किया, वहीं नगर पालिका की उदासीनता ने कर्मचारियों के मन में असंतोष की भावना छोड़ दी है।
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