संवाददाता, कोरिया
कोरिया।छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में बैकुण्ठपुर आकांक्षी ब्लॉक में संचालित विभिन्न योजनाओं की व्यापक समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से योजनाओं की जमीनी प्रगति की जानकारी ली और कहा कि विकास केवल रिपोर्टों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि वास्तविक सुधार फील्ड स्तर पर दिखना चाहिए।
मुख्य क्षेत्र और संकेतक
राज्यपाल ने आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत तय 40 संकेतकों के आधार पर विभागवार प्रगति की समीक्षा की। इनमें स्वास्थ्य एवं पोषण (30%), शिक्षा (30%), कृषि एवं संबद्ध सेवाएँ (20%), मूलभूत आधारभूत संरचना (15%) और सामाजिक विकास (5%) प्रमुख रहे।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा किसी भी समाज के विकास की रीढ़ हैं, इसलिए इन क्षेत्रों में ठोस और निरंतर प्रयास आवश्यक हैं।
महिला और बाल स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
राज्यपाल श्री डेका ने कुपोषण, महिला स्वास्थ्य, एनीमिया और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की रोकथाम पर विशेष बल दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि आंगनवाड़ी और स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण पोषण, स्वच्छ पेयजल और शौचालय जैसी सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँ।उन्होंने कहा, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार तभी संभव है जब अधिकारी नियमित रूप से गांवों का दौरा कर वस्तुस्थिति देखें और स्थानीय जरूरतों के अनुसार कार्य योजना बनाएं।
जल संरक्षण और ग्रामीण आजीविका
राज्यपाल ने ग्रामीणों को बंजर भूमि पर डबरी निर्माण, बागवानी और सब्ज़ी उत्पादन जैसी गतिविधियों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि यह न केवल पर्यावरण संरक्षण बल्कि आजीविका के लिए भी उपयोगी कदम है।इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीण परिवारों को बच्चों की पढ़ाई के लिए घर में अध्ययन कक्ष तैयार करने की सलाह दी, जिससे शिक्षा का वातावरण बेहतर हो सके।
फोटो प्रदर्शनी और ‘कोरिया अमृत’ लोगो का विमोचन
कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल श्री डेका ने कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित फोटो प्रदर्शनी और आजीविका मिशन स्टॉल का अवलोकन किया। उन्होंने जिले के स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से तैयार ‘कोरिया अमृत’ लोगो का विमोचन किया।
इस अवसर पर उन्होंने रुद्राक्ष का पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश
राज्यपाल ने कहा कि विकास के लिए केवल योजनाएँ नहीं, बल्कि ज़मीन पर उनकी प्रभावी क्रियान्विति सबसे ज़रूरी है। उन्होंने अधिकारियों को फील्ड विज़िट बढ़ाने, लाभार्थियों से सीधे संवाद करने और योजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने राज्यपाल को विश्वास दिलाया कि सभी निर्देशों का पूर्ण पालन किया जाएगा और प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्यों को गति दी जाएगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुमार कुर्रे, राज्यपाल के एडीसी श्री निशांत कुमार, उप सचिव श्रीमती निधि साहू, जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक श्री सौरभ सिंह ठाकुर, वनमंडलाधिकारी श्री चंद्रशेखर शंकर सिंह परदेशी, अपर कलेक्टर श्री सुरेंद्र वैद्य, श्री डी.डी. मंडावी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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