भू-माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई — चरचा पुलिस ने तीन आरोपियों को भेजा जेल




बैकुंठपुर/चरचा कॉलरी।जिले में ज़मीन से जुड़े एक चर्चित हेराफेरी प्रकरण में चरचा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला समीम खान उर्फ़ सम्मु खान से संबंधित है। दस्तावेज़ी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने प्रदीप ठाकुर, राजकमल शर्मा और रवीश गुप्ता के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर त्वरित कार्रवाई की है। यह प्रकरण लंबे समय से चर्चा में था, जिसमें करोड़ों रुपये मूल्य की ज़मीन और धन के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था।

पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों पर तीन-तीन प्रकरण दर्ज हैं, जबकि एक आरोपी एक प्रकरण में संलिप्त पाया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम और विवरण इस प्रकार हैं —

प्रदीप कुमार ठाकुर, पिता विजय शंकर ठाकुर, उम्र 46 वर्ष, निवासी सरभोका थाना पटना, राजकमल शर्मा, पिता रमेश कुमार शर्मा, उम्र 39 वर्ष, निवासी बैकुंठपुर, रवीश गुप्ता पिता  ईश्वर लाल गुप्ता उर्म 45 वर्ष निवासी चरचा

आरोपियों के विरुद्ध दर्ज प्रकरण:

प्रदीप ठाकुर और राजकमल शर्मा के ख़िलाफ़ अपराध क्रमांक 90/25, 160/25, 161/25, धारा 467, 468, 420, 120(B) भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया है।

रवीश गुप्ता के विरुद्ध अपराध क्रमांक 160/25 के अंतर्गत कार्रवाई की गई है।


पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी भू-माफिया गतिविधियों में संलिप्त थे और फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए करोड़ों रुपये की हेराफेरी में शामिल थे। चरचा पुलिस की इस कार्रवाई की क्षेत्र में सराहना की जा रही है, क्योंकि हाल के दिनों में भू-माफियाओं की बढ़ती गतिविधियों से आमजन में आक्रोश था।

हालांकि, इस कार्रवाई के बाद अब एक और सवाल उभरकर सामने आया है — “ज़िले में बढ़ते सुदखोरी के जाल पर पुलिस कब कार्रवाई करेगी?”

सूत्रों के मुताबिक, बैकुंठपुर और कोयलांचल क्षेत्र में सुदखोरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार इनके जाल में फँसकर आर्थिक रूप से बर्बाद हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि समीम खान का मामला भी ब्याजखोरी और अवैध वसूली से जुड़ा है, जिसके कारण भारी आर्थिक नुकसान हुआ।

स्थानीय नागरिकों ने बताया कि दो-तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा सुदखोरों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई की गई थी, जिससे कुछ समय तक इनकी गतिविधियाँ थम गई थीं। लेकिन अब एक बार फिर ब्याजखोर सक्रिय हो गए हैं और खुलेआम लोगों का शोषण कर रहे हैं।

जनता की मांग है कि जिस प्रकार भू-माफियाओं पर त्वरित कार्रवाई की गई है, उसी प्रकार सुदखोरों के विरुद्ध भी कठोर कदम उठाए जाएँ, ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके और कानून का भय कायम रहे।

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