तीन दिवसीय राज्योत्सव का भव्य आगाज़ — विकास, संस्कृति और परंपरा का संगम बना बैकुंठपुर, विकास मॉडल, लोक संस्कृति और स्वादिष्ट व्यंजन बने आकर्षण का केंद्र

जिला कोरिया। छत्तीसगढ़ राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर बैकुंठपुर के मिनी स्टेडियम परिसर में आज से तीन दिवसीय राज्योत्सव का शुभारंभ हुआ। उत्सव का शुभारंभ बैकुंठपुर विधायक श्री भईया लाल राजवाड़े ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी, जिला पंचायत सीईओ, पुलिस अधीक्षक, जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित रहे।
विकास और लोक संस्कृति का अनोखा संगम

राज्योत्सव के पहले ही दिन जिले के विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए विकास प्रदर्शनी स्टॉल आकर्षण का केंद्र बने रहे। प्रत्येक विभाग ने अपनी उपलब्धियों, योजनाओं और नवाचारों का जीवंत प्रदर्शन किया। कोरिया जिले के विकास मॉडल को रचनात्मक रूप में प्रदर्शित किया गया, जिसने आगंतुकों को राज्य के विकास पथ की झलक दिखाई।
वहीं, लोक संस्कृति की मनमोहक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। मंच पर पारंपरिक नृत्य, लोकगीत, पंथी, करमा, राऊत नाचा और सुवा नृत्य जैसी विधाओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पारंपरिक व्यंजनों की सुगंध और रंगोली का आकर्षण

मेला प्रांगण में सजे छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन स्टॉल जैसे फरा, चीला, ठेठरी-खुरमी, देसी लड्डू और महुआ के पकवानों की सुगंध पूरे परिसर में फैली रही। स्थानीय स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार इन व्यंजनों को लोगों ने खूब पसंद किया।
वहीं, प्रवेश द्वार और परिसर में बनाई गई विशाल रंगोली और सजावट राज्य की लोक विरासत का सुंदर प्रदर्शन कर रही है।
विधायक राजवाड़े ने दी राज्योत्सव की शुभकामनाएं

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक श्री भईया लाल राजवाड़े ने छत्तीसगढ़ राज्य के गठन दिवस पर समस्त जिलेवासियों को बधाई देते हुए कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ आज विकास, संस्कृति और स्वाभिमान की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस यात्रा में जनता की सहभागिता ही असली शक्ति है। उन्होंने कहा कि राज्योत्सव जैसे आयोजन न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रखते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़े रखते हैं।

कलेक्टर ने दी राज्य निर्माण की जानकारी

कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि 1 नवम्बर 2000 को हमारे प्रिय छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ था। इस वर्ष हम अपने राज्य की निर्माण यात्रा के रजत वर्ष का उत्सव मना रहे हैं। यह अवसर है अपनी उपलब्धियों पर गर्व करने और भविष्य के लिए नए संकल्प लेने का।

उन्होंने बताया कि कोरिया जिले में राज्योत्सव 2 से 4 नवम्बर तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें जिले की विरासत, उपलब्धि और पहचान को जन-जन तक पहुँचाने का उद्देश्य है।कलेक्टर ने कहा कि पिछले 25 वर्षों में जिले के विकास में जनता की सक्रिय भूमिका रही है। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, सड़कों, बिजली, पेयजल, राशन आपूर्ति और रोजगार के अवसरों में सुधार हुआ है।
किसानों, महिलाओं, युवाओं और बच्चों के जीवन स्तर में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
जनसहभागिता और सांस्कृतिक चेतना का पर्व

राज्योत्सव के दौरान प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या, लोकगीत-नृत्य प्रतियोगिता, शिल्प प्रदर्शनी, हस्तशिल्प एवं कृषि स्टॉल लगाए जाएंगे।प्रत्येक शाम स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ जिले के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की प्रस्तुतियां होंगी।
कलेक्टर ने जिलेवासियों से अपील की है कि राज्योत्सव केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह हमारी पहचान, परंपरा और प्रगति का प्रतीक है। इसमें अधिक से अधिक भाग लेकर हम अपने छत्तीसगढ़ को और सशक्त बना सकते हैं।
✨बैकुंठपुर का मिनी स्टेडियम इन दिनों रंग, संगीत, संस्कृति और विकास की झलक से सराबोर है। तीन दिवसीय यह उत्सव कोरिया जिले की एकता, समृद्धि और छत्तीसगढ़ी गौरव का प्रतीक बन गया है।

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