चरचा कॉलरी जिला कोरिया।थाना चरचा क्षेत्र के अंतर्गत बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार रात एक भीषण सड़क दुर्घटना में नगर पालिका शिवपुर चरचा के वार्ड क्रमांक 6 अंबेडकर नगर निवासी राजेश्वर कुमार (उम्र 29 वर्ष) की दर्दनाक मौत हो गई। घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।
जानकारी के अनुसार, राजेश्वर कुमार रात लगभग 10 बजे रेलवे स्टेशन के पास किसी कार्य से गए थे। वे सड़क किनारे खड़ा होकर अपने पत्नी से मोनबाइल पर बात कर रहे थे, तभी पीछे से तेज रफ्तार एसईसीएल की प्राइवेट कंपनी की बस क्रमांक सीजी 16 सीक्यू 7933 जो कटगोडी सॉफ्ट से कर्मचारियों को लेकर आ रही थी, उसी दरमियान रेलवे स्टेशन के समीप जोरदार टक्कर मार दी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर इतनी भयानक थी कि बस चालक ने नियंत्रण खो दिया और युवक को टक्कर मारने के बाद करीब 100 से 200 मीटर तक घसीटते हुए रौंद दिया। हादसे के बाद चालक बस लेकर मौके से फरार हो गया। जब तक आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे, तब तक राजेश्वर की घटनास्थल पर ही मौत हो चुकी थी।
मृतक था परिवार का एकमात्र सहारा
राजेश्वर कुमार चरचा के एक यामाहा शो-रूम में कार्यरत थे और अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले एकमात्र सदस्य थे। उनकी पत्नी और दो नन्ही बेटियाँ एक मात्र दो वर्ष की और दूसरी चार माह की अब असहाय स्थिति में हैं।पड़ोसियों और सहकर्मियों के अनुसार, राजेश्वर मिलनसार और जिम्मेदार युवक थे। उनकी असमय मृत्यु से अंबेडकर नगर सहित पूरे चरचा क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त है।
गुस्से में फूटा जनाक्रोश परिजनों ने किया चरचा मुख्य मार्ग जाम
दुर्घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए। सुबह होते ही आक्रोशित परिजनों और स्थानीय नागरिकों ने चरचा मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया।
लोगों ने पुलिस प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना था कि घटना के कई घंटे बाद तक न तो कोई अधिकारी मौके पर आया और न ही बस चालक की तत्काल गिरफ्तारी हुई।
मौके पर उपस्थित लोगों ने कहा कि हमारा बेटा चला गया, परिवार तबाह हो गया, पर न कोई एसईसीएल अधिकारी संवेदना जताने आया, न पुलिस प्रशासन ने समय पर कार्रवाई की। अब हमें केवल न्याय चाहिए।
जाम के चलते सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। परिजनों ने मुआवजा, दोषी चालक की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता देने की मांग की।
घंटों बीत जाने के बाद पहुंचे एसईसीएल के अधिकारी व शासन के लोग
सड़क जाम को लेकर घंटों बाद जिला अधिकारी एसडीएम, तहसीलदार व एसईसीएल के कुछ अधिकारी पहुंचे जहां लोगों कि मांग को समझ बूझ कर निर्णय लेते हुए परिजनों को 25 हजार काम किरीया के लिए तत्काल दिया और 25 हजार दो चार दिन में देने कि बात कही साथ ही जिस बस से घटना हुआ था उस बस को निरस्त करने का आश्वासन दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, बस जप्त — जांच जारी
थाना प्रभारी चरचा प्रमोद पाण्डेय ने बताया कि हादसे में शामिल एसईसीएल की बस को जप्त कर लिया गया है। चालक की तलाश की जा रही है और मामले की विस्तृत जांच चल रही है।उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, तथा रिपोर्ट आने के बाद शासन की ओर से 25 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि परिजनों को दी जाएगी।
क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल
इस हृदयविदारक घटना से चरचा सहित पूरे इलाके में मातम का माहौल है। हर कोई इस हादसे को रोकने में असफल प्रशासन और लापरवाह कंपनी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहरा रहा है।स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और स्थायी रोजगार देने की मांग की है।
नगरवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि दोषी चालक और संबंधित कंपनी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
“सिर्फ एक हादसा नहीं, एक परिवार का जीवन उजड़ गया”
राजेश्वर कुमार की असामयिक मौत ने सुरक्षा व्यवस्था और औद्योगिक बस चालकों की लापरवाही पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि एसईसीएल की बसें अकसर तेज गति से रिहायशी इलाकों में चलती हैं, जिससे कभी भी बड़े हादसे की संभावना बनी रहती है।
निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे, स्पीड ब्रेकर, और सुरक्षा निगरानी प्रणाली लगाई जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो।
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