राज्योत्सव में चमका ‘कोरिया विकास मॉडल’ – तब और अब की झलक ने खींचा लोगों का ध्यान विभागीय प्रदर्शनी व आकर्षक मॉडलों को देखने उमड़ी भीड़, स्थानीय कारीगरों ने सजीव की विकास यात्रा

जिला कोरिया।बैकुंठपुर में आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव का शुभारंभ रविवार को क्षेत्रीय विधायक श्री भइया लाल राजवाड़े ने किया। राज्योत्सव परिसर में लगे विभागीय स्टॉलों और विकास मॉडलों को देखने लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। विशेष रूप से ‘तब और अब’ की अवधारणा पर आधारित कोरिया विकास मॉडल लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जिसे नागरिकों ने खूब सराहा।
आधुनिक सुविधाओं से सजा बैकुंठपुर का सफर

नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर द्वारा वर्ष 2000 से 2025 तक की विकास यात्रा को आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया। जहाँ कभी नगर पंचायत के रूप में पहचान रखने वाला बैकुंठपुर था, वहीं अब घड़ी चौक से कुमार चौक और मानस भवन तक आधुनिक संरचना, सड़क, लाइटिंग और सुविधाओं के नए सोपान गढ़े जा चुके हैं।
विकास और पर्यटन की जीवंत झलक

जिला प्रशासन द्वारा तैयार मॉडल में सीसी सड़क, अस्पताल, स्कूल, विद्युतीकरण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, छात्रावास निर्माण से लेकर गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व तक का प्रभावशाली चित्रण किया गया है। साथ ही बालम पहाड़ी, घुनघुट्टा डैम, गेज नदी व झुमका डैम जैसे पर्यटन स्थलों की प्राकृतिक सुंदरता ने भी आगंतुकों को मंत्रमुग्ध किया।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रदर्शन

पर्यटन विभाग द्वारा जिले की जैव विविधता और ऐतिहासिक स्थलों का आकर्षक प्रदर्शन किया गया है। फ्लेमबैक, नीलमणि, सरेस, धनेश, हिरण, हाथी और बाघ जैसे वन्यजीवों की झलक तथा रॉक पेंटिंग, हसदेव उद्गम, नीलकंठ पहाड़ी व गौरघाट के चित्रों ने लोगों की उत्सुकता बढ़ाई।

‘तब और अब’ की 25 वर्षों की कहानी

विकास मॉडल में पेयजल व्यवस्था के बदलाव को विशेष रूप से दर्शाया गया है जहाँ पहले हैंडपंपों पर निर्भरता थी, वहीं अब सोलर आधारित जल प्रदाय प्रणाली और पानी टंकी से घर-घर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध है।

विभागीय स्टॉल बने आकर्षण का केंद्र

आदिम जाति विकास विभाग – पारंपरिक वस्तुओं का प्रदर्शन

स्कूल शिक्षा विभाग – विद्यार्थियों का सेंसर-आधारित स्मार्ट डस्टबिन

पुलिस विभाग – यातायात जागरूकता मॉडल

महिला एवं बाल विकास विभाग – आंगनवाड़ी से सखी वन-स्टॉप सेंटर तक की सेवाएँ

समाज कल्याण विभाग – नशामुक्ति पर संवेदनशील प्रस्तुति

मछली एवं पशुधन विभाग – जीवंत मछली और मुर्गी प्रजातियाँ

रेशम विभाग – कोसा से बनी साड़ी, शॉल व जैकेट

कृषि एवं उद्यानिकी विभाग – मशरूम, मधुमक्खी पालन, ड्रैगन फ्रूट और ऑयल पाम प्रदर्शन

आयुष विभाग – योग और आयुर्वेद आधारित उपचार मॉडल

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग – प्रधानमंत्री आवास, सोलर पैनल व स्वच्छता मॉडल
‘कोरिया अमृत’ से मिल रहा स्थानीय स्वाद

महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार ‘कोरिया अमृत उत्पाद गैलरी’ में सोनहनी शहद, आचार, पापड़, कोरिया मोदक जैसे उत्पादों की बिक्री निरंतर जारी है।

स्थानीय कारीगरों की कला बनी आकर्षण का केंद्र

इस पूरी प्रदर्शनी की खासियत यह है कि सभी मॉडल स्थानीय कारीगरों और कलाकारों द्वारा तैयार किए गए हैं, जिनमें कोरिया की कला, संस्कृति और विकास यात्रा जीवंत रूप में प्रदर्शित होती है।

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