छठ घाट में बड़ा हादसा टला: अनियंत्रित कार गहरे पानी में समाई, आधी रात चला रेस्क्यू ऑपरेशन, नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश सिंह की तत्परता और जेसीबी चालक उत्तम की सूझबूझ से बची बड़ी जनहानि


चरचा कॉलरी। शिवपुर चरचा नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 1 स्थित पावन छठ घाट में शुक्रवार देर रात ऐसा दृश्य सामने आया जिसे देखकर मौजूद लोगों के होश उड़ गए। रात लगभग 9 बजे एक टोयोटा कार (सीजी 16 सीएस.... ) अचानक अनियंत्रित होकर सीधे घाट के गहरे पानी में जा समाई। तेज आवाज और पानी के छींटों से लोग घटनास्थल की ओर दौड़े। देखते ही देखते कार आधी से अधिक पानी में धंस गई। हालात इतने भयावह थे कि यह किसी बड़े हादसे का संकेत दे रहे थे।
मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश सिंह को सूचना दी। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए उपाध्यक्ष सिंह ने एक पल की भी देर नहीं की और तुरंत नगर पालिका की जेसीबी मशीन को छठ घाट रवाना करने के निर्देश जारी कर दिए। अंधेरा, ठंड और पानी की गहराई के बीच जेसीबी ड्राइवर उत्तम और पूरी टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू की बागडोर संभाली।
करीब एक घंटे तक चली मशक्कत के बाद गहरे पानी में धंसी कार को सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया। रेस्क्यू टीम को कई बार जोखिम उठाना पड़ा क्योंकि कार लगातार नीचे धंसने कि सम्भावना बन रही थी और पानी का स्तर बढ़ रहा था। लेकिन टीम ने संयम और अनुभव के साथ काम करते हुए सुरक्षित रूप से वाहन को बाहर निकाल लिया। मौके पर खड़े लोगों ने राहत की सांस ली।

कैसे हुआ हादसा?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कार बैकुंठपुर आनी निवासी की बताई जा रही है। बताया गया कि कार चालक  कथित रूप से शराब के नशे में घाट पहुंचा था।कार में दो लोग और सवार थे। उसने कार किनारे खड़ी की और स्वयं तीनों लोग बाहर शराब का सेवन कर रहे थे। तभी वाहन अचानक घाट की ढलान से फिसलता हुआ सीधे गहरे पानी में जा घुसा। गाड़ी पूरी तरह डूबने से पहले मौजूद लोगों ने तत्काल इसकी सूचना नगर पालिका को दी, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
समय पर कार्रवाई बनी जीवनरक्षक

नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेश सिंह की त्वरित निर्णय क्षमता और जेसीबी ऑपरेटर उत्तम की तत्परता ने इस पूरे हादसे को बड़ा रूप लेने से रोक दिया। यदि कुछ मिनटों की भी देरी होती तो वाहन पूरी तरह जलमग्न हो सकता था, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती थी।

घटना ने दी चेतावनी
यह घटना एक बार फिर इस बात पर जोर देती है कि घाट एवं जलाशयों के आसपास वाहन पार्किंग में सतर्कता अत्यंत आवश्यक है। और नशे की हालत में वाहन चलाना या घाट जैसे संवेदनशील स्थानों के पास लापरवाही भारी पड़ सकती है। प्रशासन और नागरिकों की तत्परता मिलकर ही ऐसी घटनाओं को गंभीर हादसों में बदलने से रोक सकती है।

रात का यह रोमांचक और चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू अभियान चरचा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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